करुण क्रंदन हर घर रे तेरा इंसान कहाँ घर रे तेरा I करुण क्रंदन हर घर रे तेरा इंसान कहाँ घर रे तेरा I
बहुत खास होते हैं वह लोग जो दिल और दुआओं में एक साथ बसते हैं।, बहुत खास होते हैं वह लोग जो दिल और दुआओं में एक साथ बसते हैं।,
जो अपने भाग्य में खोजते रहते इन मसलों का हल। जो अपने भाग्य में खोजते रहते इन मसलों का हल।
न तू कोई मुकम्मल इंसान बन सका खुद को खुद से लड़ता देख रहा हूं मैं न तू कोई मुकम्मल इंसान बन सका खुद को खुद से लड़ता देख रहा हूं मैं
यूँ ही छोड़ के चले जाना है क्यों तू फिक्र करता है। यूँ ही छोड़ के चले जाना है क्यों तू फिक्र करता है।
जान ले रहा है कोरोना, अब हिंदुस्तान में, अब संभाल कर रहो, अपने अपने घरों में। जान ले रहा है कोरोना, अब हिंदुस्तान में, अब संभाल कर रहो, अपने अपने घर...